दोस्ती !!


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कभी दर्द लिए , कभी दावा लिए..
कभी मर्ज लिए , कभी दुआ लिए..
एक रिश्ता हमसे जुड़ गया..
कुछ कदम साथ चले हम..
किसी मोड़ पर वो मुड़ गया..!!

था अजीब कुछ बंधन ऐसा..
कभी मिला कभी बिछुड़ गया..
दे दिया नाम दोस्ती इसे..
कभी खिला कभी निचुड़ गया..!!

उसके कांधे पर रोये भी..
उस ही कांधे पर सोये भी..
उसी को समझा सहारा भी था..
उसके जाने पर रोये भी..!!      

खट्टी, मिट्ठी, नमकीन सही..                
अब यादें जिन्दा बसति है..
वो है नहीं फिर भी कही..
यह आंखे हरदम हँसती है..!!                

कहते है मरता नहीं..
यह
रिश्ता दोस्ती का..
वो दूर सही नजदीक नहीं..
पर भरोसा इस पर से खोये नहीं!! 

दोस्ती - "An eternal bond"


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